वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई घर मे सिंक का स्थान
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kitchen sink |
अगर आप वास्तु के अनुसार रसोई घर मे सिंक की दिशा के बारे मे सोच रहे है तो आज हम आपको रसोईघर मे सिंक की सही दिशा के बारे मे विस्तृत जानकारी लेकर आया हूँ आप इसपर विचार कर सकते है ओर आमने रसोईघर मे यह प्रयोग कर सकते है तो चलिये चालू करते है
vastu के अनुसार जानकारी रखने वाले प्र्सिद्ध वास्तु कार मोहन बाहिल के अनुसार उत्तर पूर्व दिशा मे सिंक लगाना बहुत अधिक उपयुक्त है इसे ईशान कोण भी कहते है ईशान कोण जल का स्रोत है ओर यही से घर मे सकारात्मक ऊर्जा का मुख्य केंद्र है इसलिए रसोई घर मे इस कोण की विशेष ध्यान रखने की जरूरत है ईशान कोण को देवमूल कोण भी कहते है
सिंक मे पानी का विशेष ध्यान देने की आवश्यकतासिंक पानी से भरा हुआ कभी भी नहीं रहना चाहिए कुछ लोग रसोई घर मे रात को झुठे बर्तन कभी नहीं रखें इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचालन होता है
सिंक का उपयोग करने के बाद साफ पानी से धोना चाहिए ओर सिंक के पास कही भी गंदगी नहीं होना चाहिए ओर सिंक के नल से या आसपास कही भी पानी नहीं रिचना चाहिए
सिंक ओर स्टोव (चूल्हा) के बीच उचित दूरी बनाकर रखे क्यों की अग्नि ओर पानी का जो सामजस्य बेठना कठिन होता है एसे मे आप अग्नि तत्व को जल तत्त्व के साथ होना एक नकारात्मक ऊर्जा का वास ओ जाता है
रसोई घर मे कभी भी रोशनी प्र्याप्त रखें
रसोई घर मे कभी भी सीलन नहीं हो ध्यान रखने की जरूरत होती है
रसोईघर मे रंग का विचार
रसोई घर मे प्लाटफार्म पर जो टाइल्स का उपयोग करे वह सिंक के पास नीला रंग का उपयोग करना शुभ माना गया है नीला रंग शांति ओर पवित्रता का प्रतीत है यह सिंक द्वारा दर्शाए गए जल तत्व के साथ मेल खाता है
आप सजावट के माध्यम से नीला रंग का प्रयोग कर सकते है इसमे टाइल्स ओर सिंक के पास रखे बर्तन का कलर नीला होने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते है
रोशनी कैसी हो
रसोईघर मे अगर प्राकर्तिक रोशनी का संचार होना चाहिए दिन के समय तो धूप का मिलना बहुत जरूरी होता है ओर रात के समय प्रकाश होना जरूरी है रसोई घर मे अंधेरा नहीं होना चाहिए
रसोई घर मे सकारातमक विचार
रसोई घर मे खाना बनाते समय या खाना बनाने वाला अगर नेक विचार ओर मन मे ईश्वर के प्रति आस्था के साथ बनाया गया खाना उत्तम होता है खाना बनाने वाला प्रसन्न मन से या दिल से बनाया हुया खाना स्वादिष्ट होता है इसके लिए आप एक दिन दिलसे खाना बनाकर तथा दूसरे दिन खाना बनाते झगड़ते हुये बना कर या जिस घर मे झगड़ते खाना बनता वह नीरस होता है उस खाने मे स्वाद नहीं होता है यह प्र्माणित है इसलिए खाना खुद बनाए या रसोइये से बनवाए तो रसोये से बनाया खाना स्वादिष्ट होना वह पैसे के लिए करता है जो एक तरहसे काम के प्रति ईमानदारी होती है या माँ का बनाया खाना कभी नीरस नहीं होता है माँ खाना सच्चे दिल से बनाती है इसलिए सकारातमक विचार से खाना बनाए
यह नहीं करें
रसोई घर मे ऐसे रंग कभी भी नहीं रखे जो विपरीत हो रसोई मे रंग का चयन करने मे कोताही नहीं बरते व कोई भी अपोजीट कलर का चयन नहीं करें
रसोई घर का कलर हल्का नीला या हल्का सफेद (off white ) का उपयोग करना बहुत शुभ माना गया है
इलेक्ट्रिक उपकरण
इलैक्ट्रिक उपकरण का उपयोग कम से कम करना चाहिए इससे सकरातमक ऊर्जा का इलैक्ट्रिक ऊर्जा बाधक होती है इसलिए इलैक्ट्रिक उपकरण का उपयोग कम होना चाहिए
रसोई घर मे पानी का नल या कही से भी पानी रीसना या टपकना वास्तु दोष का कारण बन सकता है
रसोई घर मे तेज धार वाला कोई पत्थर नहीं होना चाहिए रसोई घर का प्लाट फार्म हो सके तो सफेद हरा या लाल कलर मे होना अच्छा माना है काला पत्थर वास्तु दोष का कारण बना सकता है
disclaimer-यह वास्तु जानकारी विभिन्न स्रोत से प्राप्त की गई है इसकी सच्चाई की homebasic पुष्टि नहीं करता है वास्तु की जानकारी के लिए आप किसी वास्तु सलाहकार से जानकारी प्राप्त करले